Chauragarh Mahadev Yatra 2024 | चौरागढ़ महदेव यात्रा
Chauragarh Mahadev Yatra 2024 | चौरागढ़ महादेव के बारे में
Chouragarh mahadev yatra me भगवन शिव का एक बहुत ही अनोखा और बहुत ही प्राचीन मंदिर जो चौरागढ़ के नाम से मशहूर हे ये मंदिर पचमढ़ी में स्थित हे | पचमढ़ी की चौरागढ़ की पहाड़ियों में बसा ये मंदिर बहुत ही खास हे | जहा पे हर साल दूर दूर से श्रद्धालु आते हे | जैसे ही शिवरात्रि पास में आती हे ये मंदिर भगतो की भीड़ से भर जाता हे और यहाँ पे श्रद्धालुओ की अछि खासी भीड़ लग जाती हे | भगवन शिव के दर्शन के लिए हर कोई हाथो में त्रिसूल लिए भगवन शिव मंदिर चौरागढ़ पहुंच जाता हे | भगवन शिव का ये मंदिर आपकी मनोकामना पूरी करता हे | बहुत से भगत यहाँ पे त्रिसूल ले कर आपको भगवन के दरबार में पहुंचते दिखाई देंगे | खास कर महा शिवरात्रि में यहाँ पे भगतो को अछि खासी भीड़ दिखाई देती हे | जगह जगह महाप्रसाद का वितरण किया जाता हे और पूरा पचमढ़ी चौरागढ़ के मेले से भर जाता हे |
कैसे जाये Chauragarh Mahadev (चौरागढ़ महादेव) मंदिर पचमढ़ी
चौरागढ़ महादेव पचमढ़ी आपको कैसे पहुंचना है ऊपर हमने आपको एक चित्र बनाकर बताया है कि आप किस तरीके से चौरागढ़ महादेव पचमढ़ी पहुंच सकते हो नीचे हमने आपको और सरल भाषा में बताया कि आप कैसे आसानी से चौरागढ़ महादेव पहुंच सकते
आपको चौरागढ़ महादेव मंदिर पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको कहीं से भी पचमढ़ी पहुंचना होगा पचमढ़ी में आपको कोई भी ट्रेन या एयरप्लेन जैसी कोई भी सुविधा नहीं है आपके यहां पर पहुंचने के लिए सबसे पहले आपके आसपास के इलाकों में फिर वहां से आपको डायरेक्ट बस पचमढ़ी के लिए मिल जाएगी डायरेक्ट बस में बैठकर आप पचमढ़ी पहुंच सकते हैं और फिर पचमढ़ी से आप जिप्सी में बैठकर चौरागढ़ तक जा सकते हो
1. नागपुर छिंदवाड़ा होते हुए पचमढ़ी पहुंचना
अगर आप महाराष्ट्र तरफ से आ रहे हैं तो आप नागपुर पहुंच सकते हैं नागपुर से आपको डायरेक्ट पचमढ़ी के लिए बस मिल जाएगी और अगर डायरेक्ट बस नहीं भी मिलती तो आप नागपुर से छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा से फिर पचमढ़ी बस पड़कर पहुंच सकते हैं और फिर पचमढ़ी से चौरागढ़ जिप्सी से पहुंच सकते हैं
2. पिपरिया होते हुए पचमढ़ी पहुंचना
अगर आप दिल्ली तरफ से आ रहे हैं तो आप दिल्ली से डायरेक्ट ट्रेन से पिपरिया पहुंच सकते हैं या फिर एरोप्लेन से आ रहे हैं तो आप दिल्ली तक पहुंच सकते हैं दिल्ली से आपको पिपरिया तक लिए ट्रेन मिल जाएगी ट्रेन में बैठकर आप पिपरिया तक पहुंच सकते हैं पिपरिया से आपको बस मिलेगी जो आपको मटकुली होते हुए पचमढ़ी लेकर जाएगी फिर पचमढ़ी में उतर के आप वहां से जिप्सी करके चौरागढ़ महादेव पहुंच सकते हो
अब आप पचमढ़ी पहुंच चुके हैं तो पचमढ़ी से आपको चौरागढ़ जाने के लिए वहां पर अलग से जिप्सी मिल जाएगी जिप्सी का चार्ज आपको ₹50 एक व्यक्ति का आएगा जिसमें आप बैठ करके आपको चौरागढ़ महादेव की चढ़ाई वाले जगह पर छोड़ दिया जाता है वहां से आपकी चढ़ाई चालू होती है
चौरागढ़ महादेव का मेला कब चालू होता हे | Chauragarh Mahadev (महादेव चौरागढ़) का मेला
जैसे ही आप चौरागढ़ महादेव चढ़ना चालू करते हे तो आपको रस्ते में बहुत ही छोटे छोटे बच्चे भोलेनाथ जी बने हुए दिखाई देंगे और छोटी छोटी लड़किया आपको दुर्गा माँ बानी दिखाई देंगे और कुछ जगह तो बड़े बड़े लोग आपको काली माँ के रूप बने हुए भी दिखाई देंगे
Chauragarh Mahadev pachmarhi का मेला हमेशा शिवरात्रि के समय चालू होता है शिवरात्रि आने के महीना भर पहले ही चौरागढ़ महादेव की यात्रा चालू हो जाती है और महीना भर पहले ही इसका मेल भी भरने लगता है इस मेले में आपको जोर-जोर से दुकान देखने को मिलेगी जिसमें आपको बच्चों के खिलौने बाग पुस्तक और खाने पीने के बहुत सारे पदार्थ भी देखने को मिलेंगे चौरागढ़ में लोग दूर-दूर से घूमने आते हैं इसलिए यहां पर आपको हर तरह की व्यवस्था दिखेगी नीचे से लेकर ऊपर तक चढ़ाई चढ़ने तक आपको खाने-पीने की व्यवस्था भी मिलती है मेला इतना गजब का रहता है कि आपको घूमने में काफी मजा आएगा चौरागढ़ महादेव का मेला पचमढ़ी से ही चालू हो जाता है जब आप पचमढ़ी पहुंचेंगे तो पचमढ़ी में ही आपको काफी बड़ा बाजार देखने को मिलेगा चौरागढ़ महादेव मेले का और फिर बीच में जब आप चौरागढ़ महादेव पहुंचोगे तो यहां पर आपको बीचो-बीच में जंगल दिखेगा जंगल में आपको कोई भी मिला नहीं दिखाई देगा लेकिन जैसे आप चौरागढ़ महादेव पहुंचने और चढ़ाई चालू करते हो तो चढ़ाई करते-करते आपको रास्ते पर बहुत सारे मेला दिखाई देगा और साथ में बहुत सारी दुकानें भी दिखाई देगी |
चौरागढ़ मंदिर में त्रिसूल का महत्व
Chauragarh Mahadev pachmarhi ke चौरागढ़ मंदिर में त्रिशूल का अपना ही एक अलग महत्व है इस मंदिर में लोग दूर-दूर से त्रिशूल को रख करके महादेव के चरणों में चढ़ाते हैं कहा जाता है कि यहां पर चौरा बाबा थे जिन जिनको भगवान भोलेनाथ ने उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें आशीर्वाद देने की प्रकट हुए और वहां पर उन्होंने अपना त्रिशूल छोड़ दिया इसलिए कहा जाता है कि यहां पर लोग त्रिशूल चढ़ाते हैं और उनकी मनोकामना पूरी होती है इसलिए लोग दूर-दूर से कई बजाने तन भरी त्रिशूल बना करके महादेव के चरणों में चौरागढ़ महादेव को चढ़ाते हैं बहुत सारे लोग आपको शिवरात्रि के समय त्रिशूल लेते अपनी पीठ पर कंधे पर रखकर पैदल यात्रा करते हुए दिखाई देंगे
अगर आप महादेव चौरागढ़ घूमने जाते हैं तो आप अपने साथ एक छोटा सा त्रिशूल जरूर लेकर जाएं और ऊपर भगवान को जरुर चढ़ाएं और अपने मनु कामना को भगवान के सामने जरूर रखें कहा जाता है कि यह बहुत ही शुद्ध और प्रसिद्ध और बहुत ही खास मंदिर है जहां पर लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं उनकी मनोकामना भी भगवान पूरी करते हैं
चौरागढ़ मंदिर के आसपास क्या क्या है
Chauragarh Mahadev के आसपास देखने के लिए आपको बहुत कुछ मिलेगा देखा जाए तो चौरागढ़ खुद ही पचमढ़ी में है और पचमढ़ी हरि हरि पहाड़ियों से घिरा हुआ इलाका है और यहां पर आपको देखने के लिए बहुत कुछ और घूमने के लिए भी बहुत कुछ मिलेगा अगर आप चौरागढ़ महादेव जा रहे हैं तो आप आसपास की कुछ जगहों पर जरूर घूमेगा जैसे कि आप धूपगढ़ गुप्त महादेव जटाशंकर राजगढ़ नागद्वारी बेगम पैलेस बड़ा महादेव ऐसी जगह पर आप जाकर के घूम सकते हैं
- धूपगढ़
- नागद्वारी
- गुप्त महादेव
- जटाशंकर
- बेगम पैलेस
- रीछगढ़
- पांडव गुफा
चौरगढ़ यात्रा में रुकने की वयवस्था
Chauragarh Mahadev pachmarhi महादेव पचमढ़ी जाते समय आपको रोकने के लिए कहां पर ठहरना चाहिए और कहां पर आपको रोकने की व्यवस्था होगी आज हम इस बारे में आपको बताएंगे अगर आप चौरागढ़ महादेव पचमढ़ी जाते हैं तो अगर आप पचमढ़ी के रास्ते से जाते हैं तो आपको पचमढ़ी में ही बहुत सारे होटल मिल जाएंगे जिनका एक दिन का किराया आपको 500 से हजार रुपए रहेगा और अगर आप चौरागढ़ महादेव की चढ़ाई चढ़ चुके हैं और वहां से उतर रहे हैं और अभी आप पचमढ़ी नहीं आ सकते आगे अभी आप चौरागढ़ महादेव में ही है तो आपको वहां की पास की कुछ ऐसी दुकान है जहां पर आपको सोने के लिए अलग से बिस्तर मिल जाएगा जहां पर आपको एक इंसान को सोने के लिए ₹50 चार्ज किया जाता है आप उन्हें दुकानों में टेंट के अंदर बिस्तर लेकर के अलग से सो सकते हैं, साथ में अगर आप खुद कभी कुछ कैंप जैसा सामान लेकर गए हैं तो आप वहां पर कैंपिंग लगा करके भी ठहरने की व्यवस्था कर सकते हैं
चौरागढ़ यात्रा में आने से पहले करने कुछ तैयारी
चौरागढ़ यात्रा में आने से पहले आपको कुछ खास तयारी जरूर करना चाहिए जैसे की आपको अपने साथ खाने के कुछ पैकेट फ़ूड जरूर रखना चाहिए और एक पानी की बोतल साथ में आपको एक चादर और टॉर्च जरूर रखना चाहिए | टॉर्च इसलिए भी जरुरी हे क्योकि जब आप महादेव चौरागढ़ की चढाई चढ़ते हे तो आपको वह पे रात में कुछ जगहों पे काफी अँधेरा दिखाई देगा इसलिए आपको अपने साथ एक टॉर्च जरूर ले के चलना चाहिए
Chauragarh Mahadev pachmarhi चौरागढ़ यात्रा में आपको रस्ते में खाने पिने का सभी सामना मिल जाता हे जैसे ही आप पचमढ़ी पहुंचते हो तो वह पे आपको होटल किराये से मिल जाते हे जहा पे आप रुक सकते हो और साथ में वही पे आप होटल में रुक के खाना खा के फिर चौरागढ़ की चढाई चालू कर सकते हो | इसके साथ जैसे ही आप चौरागढ़ पहुंचते हे तो आपको वह पे निचे में ही मेडिकल की सुविधा मिल जाती हे अगर आपके चढाई चढ़ते समाये पेरो में तकलीफ हो रही हो या फिर सरदर्द हो रहा हो तो आप निचे मेडिकल कैंप में जा के आप दवाई ले सके थे |
निचे हमने आपको कुछ लिस्ट दी हे जिसे आप देख कर अपने साथ सामान ले कर चढाई करें |
- १. पानी की बोतल
- २. पैकेट फ़ूड
- ३. सरदर्द, हाथ पैर दर्द की दवाई , मूव या आयोडेस्क
- ४. बॉस का डंडा
- ५. टॉर्च
चौरागढ़ यात्रा में आपको क्या क्या सुविधा मिलती हे और क्या नहीं
Chauragarh Mahadev pachmarhiचौरागढ़ यात्रा में आपको निचे मेडिकल कैंप मिल जाता हे जहा पे आप दवाई ले सकते हे और अपना इलाज करवा सकते हे और साथ में रस्ते में आपको पानी की टंकी भी मिल जाएगी जहा पे आपको पिने का पानी की सुविधा मिल जाती हे और साथ में आपको रास्त में आपको खाने एक काफी सरे सामान मिल जाता हे लेकिन जैसे जैसे आप चढाई करेंगे तो बिच बिच में कही कही पे आपको सिर्फ नीबूपानी जैसी चीज़े दिखाई देंगी इसलिए अपने साथ खाने का कुछ सामान ऊपर जरूर ले के जाये
Chauragarh Mahadev pachmarhi me सामान रखने की सुविधा
जैसे ही आप चौरागढ़ की चढाई चालू करते हे तो आपको रस्ते में ही बेग स्टैंड दिखाई देता हे आप वह पे अपना बैग रख सकते हे और वो आपको बेग का 20 से 30 कुछ चार्ज करते हे | आप अपना सामान रख के फिर चौरागढ़ में और भी अच्छे से चढाई चढ़ सकते हे

मेडिकल कैंप
चौरागढ़ महादेव पचमढ़ी की चढाई चढ़ने से पहले ही आपको एक मेडिकल कैंप नजर आएगा जहा पे आप आपने इलाज फ्री में करवा सकते हे |
दुकानों में होती हे रुकने की वस्वस्था
अगर आपको चौरागढ़ की चढाई चढ़ते हुए या उतारते हुए रात हो गई हे तो आप वही पे लगी छोटी छोटी दुकानों में आपको सोने की वस्वस्था मिल जाती हे वह पे आपको १ इंसान को सोने के लिए 50 रूपस्स के करीब आपसे चार्ज लिया जाता हे
चौरागढ़ में चढाई चढ़ने और उतरने में कितना समाये लगता हे
चौरागढ़ की चढाई चढ़ने में वैसे तो आपको १ दिन पूरा लग सकता हे लेकिन ये निर्भर करता है की आप कितना जल्दी चल सकते हे और आपमें कितनी फुर्ती हे
चौरागढ़ में खाने की वयवस्था
Chauragarh Mahadev pachmarhi में आपको पचमढ़ी में ही भरपेट और सस्ती खाने की थालिया मिल जाती हे अगर आप ऊपर महादेव चौरागढ़ की चढाई चढ़ते हो तो आपको वह पे खाने की सुविधा मिलेगी लेकिन आपको वह पे थोड़ा ज्यादा पैसे देना होगा खाने के | और कुछ जगह तो आपको खाने की दुकान नहीं मिलेगी बस नीबू पानी का जूस जैसे ड्रिंक दिखाई देंगे
Chauragarh Mahadev pachmarhi Video :
चौरागढ़ चढ़ने के बाद क्या क्या दिखेगा
Chauragarh Mahadev pachmarhi चढ़ने के बाद आपको हरी भरी पहाड़िया दिखाई देंगी , ये पहाड़िया इतनी हरी हे की आपको उन्हें बार बार देखने का मन करेगा ऊपर पहुंचते ही आपको बहुत सरे त्रिसूल दिखाई देंगे और आपको भगवन शिव के मंदिर के दर्शन होंगे ये मंदिर काफी बड़ा हे लेकिन यहाँ पे कैमरा लेकर जाना मन हे आप मंदिर के अंदर जाने के लिए लाइन लगा के अंदर जा सकते हे और भगवन के दर्शन कर सकते हे | यही पे भगवन शिव की एक और ऐसी प्रतिमा हे जो काफी समाये पहले खंडित हो गई थी वो मूर्ति भी आपको यही पे देखने को मिलेगी खंडित हुई मूर्ति और मंदिर के अंदर राखी मूर्ति एक जैसी हे | आप क़तर में लग के भगवन शिव के दर्शन कर के उन्हने प्रसाद चढ़ा के बहार निकल सकते हे और फिर बहार निकल के आपको बहतु सरे एक पेड़ के निचे त्रिसूल रखे दिखाई देंगे वह पे भी आप पूजा करें और अगर अपने त्रिसूल ले कर आये हे तो आप वह पे त्रिसूल चढ़ा सकते हे |
Chauragarh Mahadev pachmarhi महादेव में जाने से पहले एक बार ये वीडियो जरूर देखे , क्योकि चौरागढ़ महादेव में कुछ ऐसे scam होते हे जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए निचे वीडियो में आपको चौरागढ़ महादेव में होने वाले कुछ scam के बारे में जानकारी दी गई हे
FAQ
⦿ Chauragarh Mahadev pachmarhi मंदिर चढ़ने के लिए कितनी सिडिया चढ़ना पड़ता हे ?
चौरागढ़ मंदिर की चढाई चढ़ने के लिए आपको करीब 1300 के लगभग सिडिया चढ़ना पड़ता हे बिच बिच में आपको समतल रास्ता भी नजर आएगा
⦿ चौरागढ़ महादेव पचमढ़ी का इतिहास ? CHOURAGARH TEMPLE HISTORY IN HINDI
कहा जाता हे की यहाँ पे भोलेनाथ जी भस्मासुर से बचने के लिए चौरागढ़ की पहाड़ियों में सरन लिए थे
⦿ पचमढ़ी का पुराना नाम क्या हे ?
पचमढ़ी को सतपुड़ा की रानी भी कहते हे
⦿ चौरागढ़ (Chauragarh Mahadev pachmarhi) की ऊंचाई कितनी है ?
चौरागढ़ 326 मीटर ऊंची पहाड़ी में हे और यहाँ पे 1300 सीढ़िया हे
⦿ पचमढ़ी से (Chauragarh Mahadev pachmarhi) चौरागढ़ कितना दूर हे ?
पचमढ़ी से चौरागढ़ की दुरी 10 किलोमीटर हे
⦿ पचमढ़ी से (Chauragarh Mahadev pachmarhi )चौरागढ़ कैसे पहुंचे ?
पचमढ़ी से चौरागढ़ जाने के लिए आप जिप्सी कर सकते हे या फिर अगर आपकी खुद की बाइक से जा सकते हो या फिर खुद की गाड़ी से
⦿ Chauragarh mahadev kaha hai | चौरागढ़ महादेव कहा पे हे
चौरागढ़ महादेव पचमढ़ी में हे , पचमढ़ी से आपको 10 किलोमीटर की दुरी पे चौरागढ़ महादेव की चढाई चालू होती हे पचमढ़ी से चौरागढ़ तक आप जिप्सी से जा सकते हे लेकिन वह से आपको चौरागढ़ पेडल ही चढाई चढ़ना होगा
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