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Dongargarh mandir कैसे जाये | कब जाये सम्पूर्ण जानकारी

Dongargarh mandir कैसे जाये | कब जाये | कहा रुके | मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ की सम्पूर्ण जानकारी

Dongargarh mandir

 Dongargarh mandir आज हम आपको डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी [ Dongargarh maa bamleshwari mandir] की सभी जानकारी देंगे जैसे की आप डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी [ Dongargarh maa bamleshwari mandir] कैसे पहुंच सकते हो डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी में रुकने की क्या वयवस्था है , डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी जाने में कितना खर्चा आएगा डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी कहा से जा सकते हे डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी जाने के लिए रोपे का टिकट कितना लगता हे डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी में रोपे का सफर कैसे करें डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी में घूमने में हमे क्या क्या दिखाई देगा डोंगरगढ़ मंदिर माँ बम्लेश्वरी में कितनी सीढिया हे, Dongargarh maa bamleshwari mandir में हमें खाने में क्या क्या मिल सकता है और भी ऐसी बहुत सारी माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ से जुडी जानकारी आपको हमारे इस पोस्ट में पड़ने को मिलेगी |

Dongargarh mandir परिचय

सिंदूरी रंग में रंगी माँ बम्लेश्वरी माता के दर्शन से आपके सरे दुःख दूर हो जाते है | हर साल यहाँ पे लाखो की संख्या में श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए आया करते है | डोंगरगढ़ छत्तीसगढ़ में रजंदगाओ के समीप बसा एक नगर हे जहा पे माँ बम्लेश्वरी का धाम हे |

डोंगरगढ़ मंदिर के बारे में

 Dongargarh में बसा माँ बम्लेश्वरी माता का  Dongargarh mandir बहुत ही प्रसिद्ध मंदिरो में से एक है यहाँ पे दूर दूर से श्रद्धालु गड माँ बम्लेश्वरी माता के दर्शन करने के लिए आते है | यहाँ पे आपको हर दिन लोगो की भीड़ दिखाई देगी , डोंगरगढ़ में बसा ये मंदिर माँ बम्लेश्वरी के नाम से प्रसिद्ध है यहाँ पे आने के लिए आप डोंगरगढ़ रैलवेस्टेशन पहुंच सकते है | सिंदूरी रंग में रंगी माँ बम्लेश्वरी माता के दर्शन से आपके सरे दुःख दूर हो जाते है | हर साल यहाँ पे लाखो की संख्या में श्रद्धालु माँ डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी माता के दर्शन के लिए आपको रोपे की सुविधा भी मिल जाती है जिन लोगो को डोंगरगढ़ माता मंदिर में चढाई चढ़ने में दिकत हो तो वो रोपे के सहारे से माँ बम्लेश्वरी के दर्शन कर सकता है | माँ बम्लेश्वरी मंदिर ऊँची पहाड़ियों में बसा हे और यहाँ पे हरी भरी पहाड़ियों के पास आपको जलासय देखने को मिलेगा जाया पे बोटिंग की जाती हे ये सीन देखने में बहुत ही मनमोहन होता हे , जैसे जैसे आप माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए सीढ़ियों से चढाई चालू करते है वैसे ही आपको पहाड़ियों के सुन्दर नजरो के दर्शन होते है

महत्व

Dongargarh mandir के भक्तो के लिए माँ बम्लेश्वरी का अपना ही एक अलग महत्व हे कहते हे जो यहाँ पे जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से माँ के दरवार आता हे वो अपनी मुरादे पूरी कर के जाता हे | माँ बम्लेश्वरी अपने हर भक्त के दुःख को दूर करती हे | माँ बम्लेश्वरी के मंदिर जाने पर आपको एक अलग ही मन में शांति का एहसास होगा | मंदिर में नवराति के समाये में आपको श्रद्धालुओ की बहुत अधिक मात्रा में भीड़ देखने को मिलगी

स्थान और पहुंच सुविधा

माँ बम्लेश्वरी का  Dongargarh mandir डोंगरगढ़ रैलवे स्टेशन से करीब एक किलोमीटर की दुरी पर हे आप रैलवेस्टेशन से चल के माँ बम्लेश्वरी एक दरबार तक जा सकते हे या फिर आप वह पे रैलवेस्टेशन से ऑटो कर सकते हे जिसका किराया प्रति व्यक्ति 10 रुपये लिया जाता हे | ऑटो आपको माँ बम्लेश्वरी मंदिर की सीढ़ियों के समीप छोड़ देती हे जहा से आपको माँ बम्लेश्वरी मंदिर के लिए चढाई चढ़ना होता हे या फिर आप वही जहा से चढाई चालू होती हे वही पे आपको रोपे की सुविधा भी मिल जाती हे आप रोपे के जरिये भी माँ बम्लेश्वरी के मंदिर पहुंच सकते हो लेकिन अगर आप रोपे से जाते हो तो आप माँ बम्लेश्वरी के मंदिर के काफी करीब पहुंच जाते हो लेकिन आपको रोप से जाने के बाद भी थोड़ी सी चढाई चढ़नी होती हे

 Dongargarh mandir कैसे जाये | कहा रुके | कब जाये ?

माँ बम्लेश्वरी  Dongargarh mandir के दर्शन के लिए आपको डोंगरगढ़, और डोंगरगढ़ पहुंचने के लिए आप बस ट्रैन और हवाई मार्ग का सहारा ले सकते हे निचे हमने आपको बताया हे की आप कैसे किस मार्ग से माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए पहुंच सकते हे

By Areoplane

डोंगरगढ़ में स्वयं का कोई एयरपोर्ट नहीं हे इसलिए आपको डोंगरगढ़ के समीप एयरपोर्ट पे उतरना होगा डोंगरगढ़ के समीप जो एयरपोर्ट हे वो हे Mana raipur airport यहाँ पे उतर के आप डोंगरगढ़ के लिए कैब टैक्सी बुक कर सकते हे या फिर आप रायपुर में बस और ट्रैन का सहारा ले कर भी डोंगरगढ़ पहुंच सकते हे | रायपुर से डोंगरगढ़ की दुरी 109 किलोमीटर हे |

इसके अलावा आप एक एयरपोर्ट और हे जहा पे उतर सकते हे वो हे नागपुर का Dr. Babasaheb Ambedkar International Airport Nagpur यहाँ पे उतर के आप डोंगरगढ़ के लिए ट्रैन पकड़ सकते हे और ट्रैन के जरिये आप डोंगरगढ़ पहुंच सकते हे | नागपुर से डोंगरगढ़ की दुरी 191 किलोमीटर हे

By Train

डोंगरगढ़ माँ बम्लेश्वरी  Dongargarh mandir पहुंचने के लिए आप ट्रैन का सहारा ले सकते हे , देखा जाये तो ट्रैन से पहुंचना ही सबसे उत्तम होगा क्योकि माँ बम्लेश्वरी का मंदिर डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन से काफी करीब हे | आपको हम बता दे की डोंगरगढ़ में खुद के रेलवे स्टेशन हे जहा पे बहुत सारी ट्रैन रुका करती हे | इस मार्ग में आपको नागपुर से या फिर रायपुर से बहुत ट्रैन डोंगरगढ़ रैलवेस्टेशन पहुँचती हुई दिखाई देंगी dongargad railway station

रायपुर मार्ग की ट्रैन : अगर आप रायपुर से डोंगरगढ़ के लिए जाते हे तो आपको रस्ते में डोंगरगढ़ के समीप रजंदगाओ और दुर्ग भिलाई जैसे स्टेशन से गुजरना होगा | आपको आसानी से बहुत सारी ट्रैन मिल जाएगी जो रायपुर से डोंगरगढ़ की और जाती हे | निचे हमने आपको कुछ ट्रैन के नाम बताये हे जो रायपुर से डोंगरगढ़ होते हुए जाती हे

  • शिवनाथ एक्सप्रेस 18239
  • KRBA KCVL एक्सप्रेस 22647
  • Chhattisgarh एक्सप्रेस 18237
  • Azad hindi एक्सप्रेस 12130
  • Samta एक्सप्रेस 12807
  • जनशताब्दी एक्सप्रेस 12069
  • इंटरसिटी एक्सप्रेस 12855
  • TATA ITR EXP 18109
  • Gondwana SF EXP 12409

नागपुर मार्ग की ट्रैन : अगर आप नागपुर से डोंगरगढ़ के लिए जाते हे तो आपको रस्ते में गोंदिया आमगाओ जैसे स्टेशन से गुजरना होगा | आपको आसानी से बहुत सारी ट्रैन मिल जाएगी जो नागपुर से डोंगरगढ़ की और जाती हे | निचे हमने आपको कुछ ट्रैन के नाम बताये हे जो नागपुर से डोंगरगढ़ होते हुए जाती हे |

  • Chhattisgarh एक्सप्रेस 18238
  • इंटरसिटी एक्सप्रेस 12856
  • शिवनाथ एक्सप्रेस 18240
  • Gondwana SF EXP 12410
  • TATA ITR EXP 18110
  • Samta एक्सप्रेस 12808
  • Azad hindi एक्सप्रेस 12129
  • शालीमार एक्सप्रेस 18029

ऊपर दी गई सभी ट्रेनों की जानकारी हमने IRCTC से ली हे भविष्य में इनमे से जो भी बदलाव होंगे उसको पता करने के लिए आपको रेलवे विभाग में पता करना होगा जहा से आपको ट्रेनों की सटीक जानकारी मिल जाएगी | ऊपर दी गई जानकारी में कभी भी बदलाव हो सकता हे इसलिए सटीक जानकारी के लिए आपको रेलवे पूछताक में पता करना होगा पुर दी गई ट्रैन ने नाम और नंबर IRCTC से लिए गए हे | जो सिर्फ आपको जानकारी देने के लिए हे की डोंगरगढ़ से कौन कौन सी ट्रैन गुजरती हे

By Bus

अगर आपको डोंगरगढ़ बस से आना हे तो आपको रायपुर से डोंगरगढ़ और नागपुर से डोंगरगढ़ लोकल बस मिल जाती हे उसके लिए आपको बस स्टैंड में जाना होगा

Dongargarh mandir maa bamleshwari रुकने की वयवस्था ?

माँ बम्लेश्वरी  Dongargarh mandir जाने के लिए आपको वह पे अगर किसी होटल में रुकना हे तो उसके लिए आपको वह पे बहुत ही आसानी से होटल मिल जाते हे | जैसे ही आप रेलवे स्टेशन से माँ के दरबार तक एक किलोमीटर पेडल चलते जाते हे वैसे ही आपको जगह जगह पे होटल के बोर्ड दिखाई देने लगते हे | सबसे खास बात तो ये हे की यहाँ पे बहुत से लोगो ने तो घर को ही होटल बना लिया हे |

डोंगरगढ़ में आपको रुकने की कोई भी समस्या नहीं दिखाई देगी , डोंगरगढ़ मंदिर की चढाई चढ़ने से पहले ही आपको रस्ते में बहुत सरे होटल नजर आ जायेंगे | होटल का एक दिन का किराये की बात करे तो आपको डोंगरगढ़ में रुकने के लिए 500 से 1500 तक किराये में होटल मिल सकता हे | ये निर्भर करता हे की आप किस समाये गए हे अगर आप नवरात्री के समाये गए हे तो हो सकता हे की होटल का प्राइस आपको थोड़ा अधिक देखने को मिले | और अगर आप बाकि बिना किसी भीड़ वाले समाये में गए हे तो आपको होटल थोड़ा कम प्राइस में मिल सकते हे

Dongargarh mandir maa bamleshwari कब जाना चाहिए ?

डोंगरगढ़ माँ बम्लेश्वरी मंदिर आप पुरे साल में कभी भी जा सकते हे ये मंदिर पुरे साल माँ के दर्शन के लिए खुला रहता हे यहाँ पे दूर दूर से श्रद्धालु आते हे | यहाँ पे खास कर नवरात्री और पूर्णिमा के समाये लोगो की अच्छी खासी भीड़ देखि गई हे इस समाये अगर आप रोपे का सहारा ले के माँ के दर्शन करना चाहते हे तो ऐसे समाये में आपको रोपे की टिकट लेने के लिए लाइन लगाना पड़ सकता हे | अगर आप भीड़ भाड़ से बच के माँ के दर्शन करना चाहते हे तो आपको किसी भी त्यौहार या फिर नवराति जैसे मोके में यहाँ आने से बचना चाहिए | और अगर आप को भीड़ में माँ के दर्शन करने कोई दिकत नहीं हे तो आप पुरे साल कभी भी आ जाईयेगा

कुछ बताओ का रखे ध्यान

  • जब भी आप माँ बम्लेश्वरी के दर्शन करने के लिए चढाई करे तो आपको जितना हो सके अपने साथ कोई भी सामान ले के ऊपर नहीं जाना चाहिए | अगर आप अपने साथ ज्यादा सामान ले कर चढाई चढ़ेंगे तो आपको थकन हो सकती हे
  • रोपे से जाने के बाद भी आपको थोड़ी कुछ सीढ़िया चढ़ना पड़ेगा | रोपे से आप सिर्फ डोंगरगढ़ की 70% सीढिया चढ़ने से बच सकते हे
  • नवरात्री और त्योहारों के समाये यहाँ अछि खासी भीड़ देखि गई हे अगर आप ऐसे समाये में बम्लेश्वरी आते हे तो ऐसे में आपको माँ के दर्शन करने के लिए कुछ जगहों पे कतार में काफी देर तक खड़े रहना पड़ सकता हे

Dongargarh ropeway {Rope Car} की जानकारी

Ropeway kya hai

Ropeway एक तरह की गाड़ी होती हे जिसे तार की मदद से एक तरफ से दूसरी तरफ भेजा जाता हे जिसमे दोनों तरफ तारो का इस्तेमाल कर के उस गाड़ी से एक तरफ से आना जाना होता हे रोपवे में इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल किया जाता हे एक तरफ से दूसरी तरफ गाड़ी को भेजने के लिए | रोपवे की सवारी आपको अक्सर पहाड़ी इलाको को जरूर देखने को मिलेगी जैसे कोई ऐसा स्थान जो बहुत ही ऊंची छोटी पे हे वह पे आपको ropway देखि देगा | Ropeway की मदद से आप एक तरफ से दूसरी तरफ बहुत ही आसानी से जा सकते हे और दूसरी तरफ से आ भी सकते हे | ropeway में अधिक से अधिक 4 से 5 लोग आ सकते हे | रोपवे का इस्तेमाल बहुत से लोग सामान को एक तरफ से दूसरी तरफ भेजने के लिए भी करते हे

Dongargarh me Ropeway se ke bare me

डोंगरगढ़ में Ropeway के बारे में बात करें तो दोस्तों जब भी आप  Dongargarh mandir माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए जाते हो तो आपको रैलवेस्टेशन से माँ के भवन तक जहा से चढ़ाई की जाती हे वह तक छोड़ने के लिए आपसे 10 रुपये चार्ज किया जाता हे फिर वो लोग आपको जहा पे छोड़ते हे वहां से आपको नीच में ही Ropeway टिकट काउंटर मिल जाता हे वहां पे आपको माँ बम्लेश्वरी के मंदिर तक जाने के लिए रोपे मिल जाता हे | Ropeway में सवारी करने के लिए आपसे 100 रूपेस चार्ज किये जाते हे | ये चार्जेस आपको कभी कम या ज्यादा भी देखने को मिल सकता हे | माँ बम्लेश्वरी में रोपवे को एक तरह का उड़नखटोला भी कहा जाता हे जिसमे बैठ के आप माँ बम्लेश्वरी के दरबार तक पहुंच सकते हे |आपको हम एक बात बता दे की अगर आप रोपवे से माँ बम्लेश्वरी के दर्शन करने की सोच रहे हे तो आपको ये बात पता होना चाहिए की रोपवे से पहुंचने के बाद में आपको कुछ सिडिया की चढाई चढ़नी होती हे |अगर आप एक तरफ बस रोपवे से माँ के दर्शन करने जाते हो तो आपको वह पे 70 चार्ज देना होगा

निष्कर्ष

यहाँ पे हमने आपको डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी मंदिर जाने के लिए वो सभी जानकारी दी हे जिसकी मदद से आपको माँ बम्लेश्वरी मंदिर माँ के दर्शन करने में कोई भी दिकत का सामना करना नहीं पड़ेगा आप आसानी से माँ बम्लेश्वरी के दर्शन करने जा सकते हे |

हमारी छिंदवाड़ा से माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ यात्रा की कहानी

सच कहते हे सभी लोग की माँ का जब तक बुलावा न हो तब तक आप माँ के दरबार में नहीं जा सकते हे | ऐसा ही कुछ हुआ हमारे साथ, हमने कभी सोचा नहीं था की माँ बम्लेश्वरी   Dongargarh mandir जाना होगा | मुझे अच्छे से याद हे एक दिन मेरी माँ ने मुझे कहा की दुर्ग भिलाई घूमने चलते हे क्योकि वह पे हमारी फॅमिली रहती हे और तभी मेरी माँ ने कहा की वही दुर्ग के पास में माँ बम्लेश्वरी का मंदिर हे तो वह से भी माँ के दर्शन हो जायेंगे | तभी में और मेरी पत्नी भी तैयार हो गए लेकिन काफी टाइम तक हमारा दुर्ग भिलाई जाने का कुछ प्लान बन नहीं पा रहा था | क्योकि मेरी जॉब के कारन थोड़ी दिकत हो रही थी मुझे ठीक से छूटी नहीं मिल पा रही थी | तब मैंने सोचा की क्यों न सबसे पहले में अपने घर पे मेरी माँ और मेरी पत्नी को दुर्ग भिलाई भेज दू फिर बाद में में माँ के दर्शन करने के लिए पहुँचूँगा लेकिन ये प्लान भी हमारा अधूरा रह गया |

फिर एक दिन हमने सोच लिया की चलो अगले सप्तहा दुर्ग भिलाई का प्लान करते हे | मैंने भी ट्रैन की टिकट कटवा ली और फिर हम छिंदवाड़ा से शनिवार को ठीक 7 बजे शाम को नागपुर के लिए बस में बैठ गए | क्योकि हमारी ट्रैन नागपुर से डोंगरगढ़ थी फिर डोंगरगढ़ से दुर्ग | हम नागपुर करीब रात के 11 बजे तक पहुंच गए थे | फिर वह पहुंच के हमें पता चला की जी ट्रैन से हमें डोंगरगढ़ पहुंचना था वो पुरे 12 घंटे लेट चल रही थी | ये सुन के हमें काफी निराशा हुई अब हम नागपुर के रेलवे स्टेशन में थे जहा से हम न तो वापस छिंदवाड़ा जा सकते थे न ही वापस डोंगरगढ़ क्योकि जिस ट्रैन में हमारा रिजर्वेशन था वो ट्रैन 12 घंटा लेट चल रही थी | अब हमारे पास दो रस्ते थे एक या तो हम वापस छिंदवाड़ा लोट जाये या फिर डोंगरगढ़ के लिए कोई लोकल ट्रैन का इंतज़ार करें

तभी रेलवे पूछताछ में पता चला की डोंगरगढ़ के लिए कोई भी ट्रैन नहीं हे लेकिन दुर्ग के लिए हे तो अब हमने सोचा की ठीक हे डोंगरगढ़ जाना नहीं हुआ तो दुर्ग ही चलते हे फिर हम दुर्ग की ट्रैन में बैठ गए और सुबह सुबह अपने दुर्ग वाले चाचा के घर पहुंच गए |

फिर वह से हम अपनी चाचा की फॅमिली के साथ डोंगरगढ़ गए | लेकिन यहाँ पे अब हमें जो ट्रैन मिलती दुर्ग से डोंगरगढ़ के लिए वो लोकल मिलती जिसमे बहुत खतरनाक भीड़ रहती | लेकिन हम ट्रैन की टिकट तो ले लिए लेकिन भीड़ देख के अंदर जाने का मन नहीं हुआ इसलिए हम सभी रिजर्वेशन दबे में चढ़ गए | हमारी तरह डोंगरगढ़ तक जाने के लिए बहुत से लोग रिजर्वेशन डब्बे में चढे थे | थोड़ी देर बाद वह एक TT आ गया और वह पे वो हम सभी को बोलने लगा की आप यहाँ पे भीड़ न बढ़ाये आप सभी लोकल डब्बे में जाये | फिर मजबूरन हमें रजंगाओ के रेलवे स्टेशन में उतरना पड़ा लोकल डब्बे में जाने के लिए | फिर लोकल डब्बे में भीड़ देख के हम उस ट्रैन में नहीं बैठे और वही स्टेशन में रुक गए | इस तरह से लग रहा था मन माँ का बुलावा ही न हो हमारे लिए | लेकिन फिर वह पे एक ट्रैन आई काफी देर बाद तब हम उस ट्रैन में बैठ के डोंगरगढ़ मंदिर तक पहुंच | और फिर जब हम रोप से दर्शन करने की सोच रहे थे तो रोपे बंद हो गया था फिर हमें पता चला की रोपे 1 से 3 बजे तक बंद रहेगा | फिर हमने सोचा इतना समाये इंतज़ार करने से अच्छा हे की हम रोपे के बिना सिडिया चढ़ के चले जाते हे | तो हमने चढ़ाई चालू कर दी और हमने माँ का नाम लेकर १ घंटे में आधे से ज्यादा रास्ता कवर कर लिया | लेकिन आगे जब मात्रा थोड़ा सा रास्ता बचा था तो वह पे बहुत खतरनाक भीड़ लग गई उस भीड़ में हम फस गए और हमें माँ बम्लेश्वरी के दरबार तक पहुंचने में फिर 2 घंटे करीब लग गए | तो कुछ इस तरीके से हमने माँ बम्लेश्वरी के दर्शन हुए | इससे हमें एक बात तो समझ आ गयी की जी समाये जिस वक़्त आपका बुलावा आया हे तभी आप दर्शन कर पाएंगे

FAQ

  • बमलेश्वरी  Dongargarh mandir में कितनी सीढ़ियां हैं? 

डोंगरगढ़ मंदिर में 1100 करीब सीढिया हे

  • dongargarh railway station to bamleshwari temple distance ?

डोंगरगढ़ रैलवेस्टेशन से माँ बम्लेश्वरी की दुरी करीब 2.5 किलोमीटर हे

  • बम्लेश्वरी मंदिर के सबसे पास कोनसा रेलवे स्टेशन हे ?

बम्लेश्वरी मंदिर के सबसे पास डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन हे

  • माँ बम्लेश्वरी  Dongargarh mandir में रोपे का किराया कितना हे  ?

माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ में रोपे का किराया प्रति व्यक्ति 100 रुपए हे | ये समाये समाये के हिसाब से आपको थोड़ा कम या ज्यादा देखने को मिल सकता हे

  • माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ में रोपे का समय कितना हे ?

माँ बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ में रोपे का समय सुबह 8 बजे से शाम के 6 बजे तक हे | बिच में 1 से 3 बजे तक आपको रोपे बंद मिल सकता हे

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